तुलसी पूजा में भूलकर भी ना करें ये गलतियां
                                        
                                
                            कार्तिक महीने में तुलसी की पूजा से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं लेकिन इसके लिए सही विधि से तुलसी की पूजा करनी चाहिए क्योंकि गलत तरीके से की गई उपासना लाभ के बजाय हानि भी पहुंचा सकती है. इसलिए आज हम आपको बताने वाले हैं तुलसी पूजन का सही विधान.
कार्तिक महीने में तुलसी की पूजा से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं लेकिन इसके लिए सही विधि से तुलसी की पूजा करनी चाहिए क्योंकि गलत तरीके से की गई उपासना लाभ के बजाय हानि भी पहुंचा सकती है. इसलिए आज हम आपको बताने वाले हैं तुलसी पूजन का सही विधान.
क्या है तुलसी पूजा का विधान?
- तुलसी का पौधा किसी भी बृहस्पतिवार को लगा सकते हैं.
- तुलसी का पौधा लगाने के लिए कार्तिक का महीना सबसे उत्तम है.
- कार्तिक महीने में तुलसी के पौधे की पूजा से पूरी होती है हर कामना.
- तुलसी का पौधा घर या आगन के बीच में लगाना चाहिए.
-अपने सोने के कमरे की बालकनी में भी लगा सकते हैं तुलसी का पौधा.
- सुबह तुलसी के पौधे में जल डालकर उसकी परिक्रमा करनी चाहिए.
- शाम को तुलसी के पौधे के नीचे घी का दीपक जलाना उत्तम होता है.
तुलसी पूजा में भूलकर भी ना करें ये गलतियां -
धार्मिक मान्यताओं में तुलसी को लेकर कुछ विशेष नियम और सावधानियां हैं जिनका ध्यान रखने से खराब से खराब किस्मत भी चमक उठती है तो आइए हम आपको बताते हैं कि तुलसी पूजन या तुलसी के प्रयोग में आपको किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
- तुलसी के पत्ते हमेशा सुबह के समय ही तोड़ना चाहिए.
- रविवार के दिन तुलसी के पौधे के नीचे दीपक न जलाएं.
- भगवान विष्णु और इनके अवतारों को तुलसी दल जरूर अर्पित करें.
- भगवान गणेश और मां दुर्गा को तुलसी कतई न चढ़ाएं.
- तुलसी के पत्ते कभी बासी नहीं होते.
- पूजा में तुलसी के पुराने पत्तों का भी प्रयोग किया जा सकता है.