बच्चों को सर्दी-जुकाम से राहत दिलाने के घरेलू नुस्खे
                                        
                                
                            बच्चों को बार-बार सर्दी-जुकाम होना एक आम बात है, लेकिन अगर इसे नज़रअंदाज़ किया गया तो यह गंभीर बीमारी का रूप भी ले सकता है। खासकर जब इसका कारण वायरल या बैक्टीरियल निमोनिया हो। इसलिए ज़रूरी है कि माता-पिता न केवल लक्षणों को समझें बल्कि उन्हें रोकने और राहत देने के प्रभावी घरेलू उपाय भी अपनाएं।
इस लेख में हम जानेंगे:
- 
बच्चों में जुकाम के कारण
 - 
इसके लक्षण
 - 
बचाव के उपाय
 - 
और सबसे महत्वपूर्ण – असरदार घरेलू नुस्खे
 
बच्चों में बार-बार जुकाम होना – बीमारी का संकेत?
बार-बार सर्दी-जुकाम होना सिर्फ मौसम का असर नहीं है, बल्कि यह बच्चों की कमजोर इम्यूनिटी का भी संकेत हो सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, 5 साल से छोटे बच्चों में निमोनिया एक बड़ा कारण बन सकता है, जो कई बार जानलेवा भी हो सकता है। ऐसे में सर्दी-जुकाम के शुरुआती लक्षणों को हल्के में लेना ठीक नहीं।
बच्चों को सर्दी-जुकाम होने के कारण
- 
मौसम में अचानक बदलाव
 - 
ठंडी हवा के संपर्क में आना
 - 
रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना
 - 
राइनोवायरस या अन्य वायरल संक्रमण
 - 
गंदे हाथ, संक्रमित वस्तुएं या सतहों के संपर्क में आना
 - 
संक्रमित व्यक्ति के पास रहना
 - 
ठंडी और गीली सतहों पर बैठना
 
बच्चों में सर्दी-जुकाम के लक्षण
- 
नाक का बंद होना या बहना
 - 
लगातार छींक आना
 - 
गले में खराश
 - 
हल्का बुखार
 - 
सिर और शरीर में दर्द
 - 
खांसी या सीने में जकड़न
 - 
आंखों से पानी आना
 - 
सांस लेने में तकलीफ (गंभीर मामलों में)
 - 
थकावट और चिड़चिड़ापन
 
बच्चों को सर्दी-जुकाम से बचाने के उपाय
- 
मौसम के अनुसार कपड़े पहनाएं
 - 
ठंडी चीज़ें जैसे कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम से परहेज
 - 
ठंडी हवा और धूल-मिट्टी से बचाएं
 - 
हाथों की सफाई पर विशेष ध्यान दें
 - 
बीमार व्यक्तियों से दूरी बनाकर रखें
 - 
बच्चे का कमरा साफ और हवादार रखें
 - 
बच्चों को गुनगुना पानी पीने दें
 - 
ठंड के मौसम में स्तनपान को प्राथमिकता दें
 - 
धूम्रपान से बच्चों को दूर रखें
 - 
बच्चों को भीड़भाड़ वाली जगहों में मास्क पहनाएं
 
बच्चों को सर्दी-जुकाम से राहत दिलाने के घरेलू उपचार
1. शहद और नींबू का मिश्रण
- 
1 चम्मच नींबू रस + 2-3 चम्मच शहद मिलाकर हर दो घंटे में दें।
 - 
1 साल से छोटे बच्चों को शहद न दें।
 
2. तुलसी और अदरक की चाय
- 
तुलसी की 4-5 पत्तियां, अदरक के टुकड़े को पानी में उबालकर छान लें और हल्का गर्म पिलाएं।
 
3. सरसों का तेल, लहसुन और अजवाइन का मिश्रण
- 
5 चम्मच सरसों का तेल गर्म करें। उसमें 2-3 लहसुन की कलियां और 1 चम्मच अजवाइन डालें।
 - 
ठंडा होने पर बच्चे की छाती, पीठ और पैरों पर हल्के से मालिश करें।
 
4. अजवाइन की पोटली
- 
थोड़ी सी अजवाइन भूनकर कॉटन के कपड़े में बांधें।
 - 
इसे बच्चे के सिरहाने रखें या हल्के हाथ से सूंघाएं।
 
5. भांप (Steam Therapy)
- 
गर्म पानी में कुछ यूकेलिप्टस तेल की बूंदें डालें और बच्चे को भाप दिलाएं।
 - 
भाप देने से बंद नाक और साइनस की तकलीफ में आराम मिलता है।
 
6. हल्दी वाला दूध
- 
रात को सोते समय गुनगुने दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिलाएं।
 
7. चिकन सूप
- 
8 माह से बड़े बच्चों को चिकन सूप दें। यह संक्रमण से लड़ने में मदद करता है और शरीर को ऊर्जा देता है।
 
8. सलाइन वाटर ड्रॉप्स
- 
बंद नाक के लिए डॉक्टर द्वारा बताए गए सलाइन ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें।
 
9. दालचीनी का सेवन
- 
दालचीनी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं। इसका हल्का-सा पाउडर शहद के साथ मिलाकर दिया जा सकता है।
 
10. पेट्रोलियम जेली
- 
नाक के आसपास लालिमा या सूजन होने पर हल्की मात्रा में पेट्रोलियम जेली लगाएं।
 
क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
| करें (DOs) | न करें (DON’Ts) | 
|---|---|
| गुनगुना पानी दें | ठंडी चीजें न दें | 
| तरल पदार्थ दें | एंटीबायोटिक खुद से न दें | 
| डॉक्टर से सलाह लें | घरेलू इलाज में देर न करें | 
| मौसम के अनुसार कपड़े पहनाएं | बच्चे को नंगे पैर न चलने दें | 
| हरी सब्जियां खिलाएं | तले-भुने खाद्य न दें | 
निष्कर्ष
सर्दी-जुकाम बच्चों में आम समस्या है, लेकिन इसे हल्के में लेना बड़ी बीमारी का कारण बन सकता है। समय पर लक्षण पहचानना, सही घरेलू उपाय अपनाना और ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर से संपर्क करना अत्यंत आवश्यक है।
इन आसान से घरेलू उपायों और सावधानियों के साथ आप अपने बच्चों को सर्दी-जुकाम से राहत दिला सकते हैं और उनकी प्रतिरोधक क्षमता को भी मज़बूत बना सकते हैं।