खाने की भूख-प्यास को करें खत्म, जानिए इस जड़ी-बूटी के अद्भुत फायदे

प्राचीन वेदों और कौटिल्य के अर्थशास्त्र में ऐसी एक जड़ी-बूटी का उल्लेख मिलता है, जो खाने-पीने की इच्छा को इतना कम कर देती है कि उसे खाने-पीने की जरूरत महीनों तक नहीं पड़ती। इसे भूख-प्यास रोकने वाली जड़ी बूटी के रूप में जाना जाता है।
क्या खास है इस जड़ी बूटी में?
-
यह जड़ी बूटी विशेष रूप से उन लोगों के लिए वरदान है जिन्हें अत्यधिक भूख लगती है या जो मोटापे से परेशान हैं। इसे खाने से भूख-प्यास की तीव्रता कम हो जाती है।
-
आयुर्वेद में इसे इन्द्रियशक्ति बढ़ाने और संतानहीनता दूर करने वाला भी माना गया है।
-
यह आंधीझाड़ा नामक रोग में, जिसमें अत्यधिक भूख (भस्मक रोग) और प्यास लगती है, बहुत प्रभावी है।
स्वास्थ्य के लिए और भी लाभ
-
इस जड़ी बूटी का उपयोग हैजा, पाइल्स, किडनी की बीमारियों, कुष्ठ रोग, दस्त और जलोदर जैसी गंभीर बीमारियों में लाभकारी माना जाता है।
-
सांप, बिच्छू या अन्य जहरीले जीवों के काटने पर भी यह जड़ी बूटी उपचार में काम आती है।
इस जड़ी बूटी के बारे में और जानें
-
इसे संस्कृत में ‘अपामार्ग’, हिंदी में ‘चिरचिटा’, ‘लटजीरा’ और ‘आंधीझाड़ा’ कहा जाता है।
-
अंग्रेज़ी में इसे ‘Rough Chaff Tree’ के नाम से जाना जाता है।
-
यह पौधा लगभग 1 से 3 फीट ऊंचा होता है और भारत के खेतों, रास्तों के किनारे, झाड़ियों और खुले स्थानों पर आसानी से पाया जाता है।
उपयोग में सावधानी
हालांकि यह जड़ी बूटी बहुत फायदेमंद है, लेकिन इसका सेवन बिना आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह के न करें। सही मात्रा और तरीका जानना बेहद जरूरी है ताकि आपको इसके अधिकतम लाभ मिल सकें और कोई नुकसान न हो।